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मिलन

man ki aawaj
man ki aawaj
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यादों के पतझड़ ताड़ ताड़ ,
सावन के सुंदर बादल आए,
उनसे मिलने की यादों के ,
फिर से चित्र उभर आये ।
बारिश की रिमझिम बूदें तो ,
घर आँगन धुल जाती हैं ,
पर तेरी यादों की बूंदें ,
फिर से दिल मे घर कर जाती हैं ।
मैं भी तो तेरा दीवाना ,
तेरी यादों में जीता हूँ ,
कुछ न मिले तो मधुशाला ही ,
बेधड़क होकर पीता हूँ ।
तेरे चित्रों को देखा करते हम ,
अब सपने मेरी जिंदगानी हैं ,
तू मिले न मिले पर ,
तेरी यादें ही मेरी जवानी हैं ।
तू जो एक बार मिले ,
दिल बाग बाग हो जाएगा ,
तेरी जुल्फों की छांव में ,
बिन बिस्तर ही सो जाएगा ।
तू दिल पर जो रखे हाथ ,
दिल की धड़कन बढ़ जाएगी ,
तू जो थामे हाथ मेरा ,
सारी लाइफ सेटल हो जाएगी |

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